जिन्दगी बस ज़िंदगी कुछ यूं ही लफ्ज़ ए ज़िंदगी कविता गज़ल हिंदी लेखन चलो यूं ही सही रुचि की कलम तन्हा तन्हा तेरी यादों संग अकेला मुसाफिर जी लेंगे हम यूं ही बस बैठा तेरे ख्यालों ही देखते बहार

Hindi यूं ही Poems